NOT KNOWN DETAILS ABOUT SHIV CHAISA

Not known Details About Shiv chaisa

Not known Details About Shiv chaisa

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दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।

Devotees who chant these verses with intensive love turn into prosperous via the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to get youngsters, have their desires fulfilled soon after partaking of Shiva-Prasad with faith and devotion.

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

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This site is made up of term-by-term Shiv Chalisa lyrics in Hindi and English. That means of every line coupled with benefits of reciting Shiv Chalisa. Shiv chalisa praises the Lord and asks for his help in taking away all the problems with the devotees lifestyle. It is actually advised that you concentrate your brain on Lord Shiva or his picture and say this prayer frequently.

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे Shiv chaisa भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥

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